पौलुस

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श्रृखला -3 पौलुस

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इस पुस्तक में पहली सदी के प्रेरित जैसे पतरस फिलिप्पुस पौलुस तथा अन्य के चरित्रों का अभ्यास प्रस्तुत किया गया है । इस पुस्तक के सन्देश तथा इसकी महत्वपुर्णता मारत एवं दक्षिण एशिया में उभरती कलीसियाओं लिये मसीह जैसे चेलों एवं सेवक अगुवों को विकसित करने के लिये अत्यंत प्रासंगिक है । यह संडे स्कूल एवं छोटे समूहों की शिक्षा के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है ।

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